अब बिना बीएड के भी आप टीचर बन सकते हैं इसके लिए यूपी शिक्षक नियमावली में बड़ा बदलाव किया गया है यहां पर इसके तहत एलटी ग्रेड के पदों पर नई वैकेंसी भी निकाली जाएगी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर विषय की सहायक अध्यापक के पदों के लिए अब बड़ी अड़चन को सरकार के द्वारा दूर कर दिया गया है इसके अंदर अब शिक्षक बनने के लिए किसी भी प्रकार की b.ed कि अनिवार्यता नहीं रहेगी।
28 मार्च को जारी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियमावली 2024 में इस महत्वपूर्ण बदलाव को मंजूरी दी गई है यहां पर हम आपको बता दे की 2018 की एलटी ग्रेड की पहली बार राजकीय विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षक को लिया गया था जिसमें उसे समय बीएड को अनिवार्य रखा गया था जिसके कारण कई लोग इसकी पात्रता होने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हो सके थे कई ऐसे विद्यार्थी थे जिनके पास में कंप्यूटर विषय तकनीकी की डिग्री थी लेकिन बीएड की डिग्री नहीं थी इसलिए वह के अंदर शामिल ही नहीं हो सके।
अब बिना बीएड के बन सकेंगे शिक्षक
बहुत से ऐसे अधेड़ है जो वर्तमान में कंप्यूटर विषय में तकनीकी ज्ञान के साथ में अपनी पात्रता को सुनिश्चित करते हैं लेकिन उनके पास में बीएड की डिग्री नहीं होने के कारण वह शिक्षक भर्ती जो कंप्यूटर की होती है उसके अंदर शामिल नहीं हो सकते क्योंकि कंप्यूटर विषय तकनीकी होने के कारण अधिकांश अभ्यर्थियों के पास में बीएड की डिग्री ही नहीं होती यही कारण है कि 2018 में जारी विज्ञापन में 1676 पदों में से 1637 पद खाली रह गए थे सिर्फ 36 कंप्यूटर शिक्षकों का ही इसके अंदर चयन किया गया था नियमावली में इस कमी को दूर करते हुए अब कंप्यूटर शिक्षकों के लिए बड़ी राहत सरकार की तरफ से दी गई है इसमें अब बीएड की पात्रता हटा दी गई है अब जो भी अभ्यर्थी कंप्यूटर और तकनीकी की योग्यता रखता है वह इसके अंदर शामिल हो सकेगा।
के साथ-साथ एक बात हम आपको और बता दें कि एलटी ग्रेड की संशोधित नियमावली में कला विषय की शिक्षक अनिवार्यता को भी बदल दिया गया है अब कला विषय की शिक्षक BFA योग्यता धारी अभ्यर्थियों को बीएड की छूट दे दी गई है अब उन्हें b.ed की किसी प्रकार की डिग्री की आवश्यकता नहीं पड़ेगी पहले कला या ललित कला विषय के लिए स्नातक के साथ-साथ में बीएड की उपाधि भी जरूरी मानी गई थी संशोधित नियम में कला विषय के साथ स्नातक और बीएड को तो रखा गया है लेकिन ललित कला करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बीएड अनिवार्य नहीं है बीएड केवल अधिगामी अहर्ता है चयन में वरीयता तो मिलेगी लेकिन b.ed न करने वाले अभ्यर्थी भी शिक्षक बन सकेंगे।
उत्तर मध्यमा करने वाले एलटी हिंदी में कर सकेंगे आवेदन
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के संशोधन नियम में अब उत्तर मध्यमा करने वाले अभ्यर्थी भी हिंदी विषय के सहायक अध्यापक बन सकते हैं इसके अंदर आईटी हिंदी के लिए स्नातक में हिंदी एक विषय के साथ में इंटरमीडिएट में संस्कृत एक विषय और b.ed के पहले अनिवार्यता थी इसे अब संशोधित करके स्नातक में एक विषय के रूप में हिंदी के साथ में इंटरमीडिएट में संस्कृत एक विषय के रूप में या उत्तर मध्यमा कोर्स करने वाले भी वह अभ्यर्थी तो बीएड की उपाधि रखते हैं आवेदन के लिए पात्र माने जाएंगे।
एलटी ग्रेड शिक्षक अहर्ता में बड़ा बदलाव
एलटी ग्रेड शिक्षक बहाली में लंबे समय से यह विवाद चल रहा था इसमें अब नियम संशोधन करने के बाद में अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी लंबे समय से यह विवाद था इसमें काफी लंबे समय से शैक्षणिक योग्यता होने के बावजूद भी अभ्यर्थी टीचर नहीं बन पा रहे थे और काफी समय से प्रक्रिया बिल्कुल थप्पड़ पड़ी हुई थी अब जाकर अहर्ता विवाद खत्म हो गया है ऐसा विवाद के कारण ही उत्तर प्रदेश खंड शिक्षा अधिकारी का विज्ञापन पहले जारी नहीं किया गया था अब जल्दी यह विज्ञापन भी जारी हो जाएगा नियमावली में संशोधन के बाद इन विषयों के लिए शिक्षक बनने की बीएड अनिवार्य नहीं होगा जिसके कारण काफी लोग इसमें शामिल हो सकते हैं और रिक्त पड़े को भी भरा जा सकेगा।