देश की मोदी सरकार ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है इस फैसले के स्थगित होने के बाद में पाकिस्तान में पानी जाना बंद हो जाएगा इसके बाद में पश्चिम में राजस्थान के लिए एक नई उम्मीद जगी है सिंधु जल पाने की लालसा में अब पश्चिम में राजस्थान के संसद में विधायक भी सक्रिय हो गए हैं।
पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता स्थगित होने के बाद में अब राजस्थान के लिए एक नई उम्मीद जग गई है सिंधु राजस्थान को मिले इसके लिए कई विधायक और सांसद अभी से सक्रिय हो गए हैं जोधपुर में ओसियां विधायक बेराराम सियोल ने सिंधु जल समझौता स्थगन करने के निर्णय पर केंद्र की मोदी सरकार का आभार जताया है इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नदियों के पानी की डिमांड को लेकर ओसियां विधायक भेराराम सियोल ने पश्चिमी राजस्थान के सांसदों और विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र पीएम मोदी को भेजा है।
पश्चिमी राजस्थान के जनप्रतिनिधियों सांसदों में विधायकों ने हस्ताक्षर पत्र पीएम मोदी को लिखकर अनुरोध किया है कि देश की मोदी सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का साहसिक निर्णय लिया है अब मारवाड़ के किस भी उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं उत्तरी भारत की नदियों को पानी को मारवाड़ में लाया जाए इस पत्र में बताया गया है कि यदि इन नदियों का पानी पश्चिम में राजस्थान के जिले बाड़मेर जैसलमेर जोधपुर नागौर बीकानेर गंगानगर हनुमानगढ़ फलोदी बालोतरा सिरोही और डीडवाना कुचामन तक लाया जाए तो यहां के किसानों की तकदीर बदल सकती है।
मौजूदा वक्त में राजस्थान के लोगों को पानी के लिए कई किलोमीटर दूर तक भटकना पड़ता है खासकर गर्मी के सीजन में खेती तो दूर पीने का पानी का भी लाले पड़ जाते हैं यदि सिंधु नदी का पानी यहां तक पहुंच जाता है तो सुख दोहरों में हरियाली आ जाएगी और किसान समृद्ध हो जाएंगे और लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
भजनलाल सरकार की मंशा है कि पाकिस्तान जाने वाली पानी से लाखों लोगों की प्यास मिट आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि पर मोदी सरकार ने रोक लगा दी है इसके चलते अब राजस्थान के अंदर इसका फायदा मिल सकता है राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार की वंशाये की ओवरफ्लो होकर जो पानी पाकिस्तान की तरफ जा रहा है उसे हरिके से डायवर्ट कर इंदिरा गांधी नहर के जरिए सुख लाखों तक पहुंचाया जाए बता दे की हर वर्ष पंजाब से 6000 के पानी और ओवरफ्लो होकर पाकिस्तान चला जाता है ऐसे में जलसंधि रोकने के बाद में इंदिरा गांधी नहर की क्षमता बड़े और फीडर नहरे दूरस्थ हो तो यह पानी राजस्थान को मिल सकता है।
अगर सिंधु जल समझौता रद्द होता है तो राजस्थान और हरियाणा के लिए पानी मिल सकता है केंद्र और राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी नहर के सुधार और विस्तार के लिए 79 हजार करोड रुपए की स्वीकृति भी दे रखी है इसमें कैनाल और नेहरू में सुधार और विस्तार का काम किया जा रहा है इसके बाद राजस्थान और हरियाणा के लिए पानी लाना आसान हो जाएगा।