New Teacher Course: बीएड और डीएलएड का चक्कर अब बिल्कुल खत्म अब इस कोर्स से बनेंगे सरकारी टीचर

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की सोच रहे हैं तो आपके लिए एक बहुत ही बड़ी खबर है सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए वर्तमान में b.ed और डीएलएड का कोर्स जरूरी होता है और उसके बाद में ही सभी अभ्यर्थियों का इसी आधार पर चयन होता है नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अंतर्गत b.ed कोर्स को खत्म करने का फैसला लिया गया है अब टीचर बनने के लिए बीएड के स्थान पर एक नया कोर्स लॉन्च किया गया है अब नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बन गए नियम ही लागू होंगे।

प्राइवेट स्कूलों से लेकर सरकारी स्कूल तक शिक्षक बनने के लिए बीएड डिग्री की मांग की जाती है जो विद्यार्थी बीएड डिग्री पास कर लेते हैं उनको सरकारी या प्राइवेट कॉलेज स्कूल में टीचिंग करने का मौका मिलता है नई शिक्षा नीति के अंतर्गत b.ed कोर्स की मान्यता खत्म करने का निर्णय लिया जा रहा है b.ed की डिग्री की जगह अब नया कोर्स लांच होने वाला है कई यूनिवर्सिटीज ने इस कोर्स को शुरू भी कर दिया है यह कोर्स अभी वर्तमान में ट्रायल के तौर पर चल रहा है।

B.ed कोर्स क्या होता है

B.ed कोर्स की बात करें तो सबसे पहले हम आपको बता दें कि इसका पूरा नाम बैचलर आफ एजुकेशन है यह एक प्रोफेशनल कोर्स होता है जिसके आधार पर सरकारी नौकरी या टीचर प्रोग्राम में भाग लेने का मौका मिलता है प्राइवेट सेक्टर हो या सरकारी सेक्टर टीचर अगर आपको बना है तो उसके लिए वर्तमान में b.ed जरूरी थी टीचिंग के सेक्टर में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों को इस कोर्स को ग्रेजुएशन के बाद में करने का मौका मिलता था इस कोर्स में पढ़ने का तरीका और विशेष विषयों की जानकारी होनी चाहिए नई शिक्षा नीति में अब इस कोर्स को बंद करने का वर्तमान में फैसला लिया गया है।

B.ed की जगह आइटीईपी कोर्स

शिक्षा के क्षेत्र में अगर आप टीचिंग सेक्टर के अंदर अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो उसके अंतर्गत नई शिक्षा के अंतर्गत b.ed की जगह अब नया इंटीग्रेटेड प्रोग्राम लॉन्च किया गया है कोर्स का नाम इंटीग्रेटेड टीचिंग एजुकेशन प्रोग्राम अर्थात आईटीपी रखा गया है जिसे एनसीटीई की ओर से तैयार किया गया है इसको हायर एजुकेशन सिस्टम में शामिल कर लिया गया है नई शिक्षक नीति के अनुसार कोर्स को स्कूल संरचना के आधार पर तैयार किया गया है जिसमें प्रारंभिक माध्यमिक और बुनियादी चरणों को तैयार किया गया है।

कितने साल का है आईटीईपी कोर्स

आईटीईपी उसकी बात करें तो इसके लिए 4 साल का समय निर्धारित किया गया है इसमें 12वीं के बाद में आप एडमिशन ले सकते हैं यह कोर्स पूरी तरह से अलग होगा जो की बीएड से अलग रखा गया है इसके लिए कई बड़ी यूनिवर्सिटीज ने वर्तमान में कोर्स शुरू कर दिया है 2023 में ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो कॉलेज में इस कोर्स की शुरुआत की गई थी आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह कोर्स 4 साल का होगा और 2030 के बाद होने वाले सभी शिक्षक भर्तीयों में आईटीपी कोर्स की सहायता से ही एलिजिबिलिटी पूरी करके एलिजिबल ही हो सकेंगे। हालांकि बीएड कोर्स भी जारी रहेगा लेकिन यह केवल एक एकेडमी होगा इसके बाद में पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी डिग्री किया जा सकता है।

आईटीईपी कोर्स के फायदे

यह कोर्स 4 साल का है यह कोर्स पुराने 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स से बिल्कुल अलग है अभी तक शिक्षक भर्ती की एलिजिबिलिटी पूरी करने के लिए 3 साल का ग्रेजुएशन और 2 साल का बीएड कोर्स होता था अब इस कोर्स के लिए कैंडिडेट का 1 साल बच जाएगा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं ऐसे सभी युवा जो टीचिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उनके लिए यह शानदार मौका है जो इंटरमीडिएट के बाद में सीधे कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे शिक्षक के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं।

Leave a Comment